व्लादिमीर पुतिन (राष्ट्रपति):व्लादिमीर पुतिन (राष्ट्रपति) राजनीतिक जीवन
- पुतिन दुनिया के सबसे बड़े देश रूस के राष्ट्रपति है.
- पुतिन का जन्म 7 अक्टूबर 1952 को लेनिनग्राद (सेंट पिट्सबर्ग) में हुआ था.
- पिता व्लादिमीर स्पिरिदोनोविच पुतिन थे और माता मारिया इवानोव्ना शेलोमोवा थी.
- पिता सोवियत नेवी में काम करते थे और माता एक कारखाने में.
- पुतिन अपने परिवार में तीसरे बच्चे थे और इनके दो बड़े भाइयों की बचपन में ही मौत हो गई.
- 1975 में पुतिन ने लेनिनग्राद राजकीय यूनिवर्सिटी से बैचलर की डिग्री प्राप्त की और फिर केजीबी में काम करना शुरू किया जिसे वह साल 1991 तक करते रहे.
- पुतिन के पास 16 साल का केजीबी अनुभव है और वह अपने विरोधियों को कभी नही भूलते हैं. आपको बता दे केजीबी रूस की आंतरिक सुरक्षा खुफिया, एजेंसी और गुप्त पुलिस का विभाग है.
- पुतिन को शिकार करना बहुत पसंद है.
- उनका बाइकर नाम अबड्डोन है जिसका अर्थ द डिस्ट्रॉयर अर्थात विनाशक होता है.
- पुतिन को ठंडे पानी में तैरने में बड़ा आनंद आता है.
- पूर्व जासूस व्लादिमीर पुतिन की असाल्ट राइफल सिम्युलेटर परीक्षण की तस्वीरों को आज इन्टरनेट पर बड़ी आसानी से देखा जा सकता है.
- व्लादिमीर पुतिन की क्रास्नायार्स्क टेरिटरी साइबेरियाई विशिष्टता वाले क्षेत्र में मछलियों के साथ भी कई तस्वीरें मिल जायेंगी.
- पुतिन ट्रैंक्विलाइज़र डार्ट लगे टाइगर का निरीक्षण करने के लिए उसके करीब जाने से भी नही हिचकते है.
- व्लादिमीर फिनलैंड के खिलाफ आइस हॉकी के एक दोस्ताना मैच में रूसी टीम का नेतृत्व कर चुके है.
- राष्ट्रपति पुतिन ने क्योकुशिं कैकन कराटे से सेकंड ब्लैक बेल्ट है और सिक्स्थ डिग्री जुडो ब्लैक बेल्ट में महारत हासिल की है.
- 2010 में, राष्ट्रपति पुतिन रीनॉल्ट फार्मूला वन कार का टेस्ट लेनिनग्रेड में कर चुके है.
- एडवेंचर प्रिय पुतिन पुराने स्थल में स्कूबा डाइविंग का आनंद भी ले चुके है.
- व्लादिमीर 19वीं सदी में डूब गये ओलेग के अवशेष देखने के लिए सी एक्स्प्लोरर 5 सबमर्सिब ले कर डुबकी लगा चुके है.
- पुतिन ने अपने पर्सनल लाइफ में एक बेलुगा व्हेल के ऊपर सैटेलाइट ट्रैकिंग टैग लगा चुके हैं उसने चकलोव आइलैंड का सफर किया था.
- पुतिन के लिए कुछ भी मुश्किल नही है क्योंकि पुतिन को एडवेंचर बहुत पसंद है. वे मास्को के राष्ट्रीय थियटर में पियानो पर धुनें भी बजा चुके हैं.
- ओलंपिक एल्पाइन स्की पार्क में पुतिन को सेकंड फिडल में सेकंड कमांड खेलते देखना बहुत मुश्किल था
- 1983 में पुतिन ने विदेशी भाषाओं की विशेषज्ञ ल्यूडमिला से शादी की.
- 1999 रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव बने.
- पुदीन ने पूरी दुनिया में रूस की धमक कायम रखा.
- 2018 में चुनाव जीतकर पुतिन चौथी बार रूस के राष्ट्रपति बने वे 7 मई 2012 से रूस के राष्ट्रपति हैं
- पुतिन स्टालिन के बाद सर्वाधिक समय तक रहेंगे राष्ट्राध्यक्ष.
- इससे पहले सन् 2000 से 2008 तक रूस के राष्ट्रपति तथा 1999 से 2000 एवं 2008 से 2012 तक रूस के प्रधानमंत्री रह चुके हैं.
- अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान वे रूस की संयुक्त रूस पार्टी के अध्यक्ष भी थे.
व्लादिमीर पुतिन (राष्ट्रपति)
पुतिन ने 16 साल तक सोवियत संघ की गुप्तचर संस्था केजीबी में अधिकारी के रूप में सेवा की, जहाँ वे लेफ्टिनेंट कर्नल के पद तक पदोन्नत हुए। 1991 में सेवानिवृत्त होने के पश्चात उन्होंने अपने पैतृक शहर सेंट पीटर्सबर्ग से राजनीति में कदम रखा। 1996 में वह मास्को में राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन के प्रशासन में शामिल हो गए, एवं येल्तसिन के अप्रत्याशित रूप से इस्तीफा दे देने के कारण 31 दिसम्बर 1999 को रूस के कार्यवाहक राष्ट्रपति बने। तत्पश्चात, पुतिन ने वर्ष 2000 और फिर 2004 का राष्ट्रपति चुनाव जीता। रूसी संविधान के द्वारा तय किये गए कार्यकाल सीमा की वजह से वह 2008 में लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति पद के चुनाव में खड़े होने के लिए अयोग्य थे। 2008 में दिमित्री मेदवेदेव ने राष्ट्रपति चुनाव जीता और प्रधानमंत्री के रूप में पुतिन को नियुक्त किया। सितंबर 2011 में, कानून में बदलाव के परिणामस्वरूप राष्ट्रपति पद के कार्यकाल की अवधि चार साल से बढ़ाकर छह साल हो गयी, एवं पुतिन ने 2012 में राष्ट्रपति पद के लिए एक तीसरे कार्यकाल की तलाश में चुनाव लड़ने करने की घोषणा की, जिसके चलते कई रूसी शहरों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। मार्च 2012 में उन्होंने यह चुनाव जीता और वर्तमान में 6 वर्ष के कार्यकाल की पूर्ति कर रहे हैं। 2018 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में 76% वोट हासिल करने के पश्चात वे अगले कार्यकाल के लिए भी निर्वाचित हुए हैं।
प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के रूप में पुतिन के पहले कार्यकाल (1999-2008) के दौरान, वास्तविक आय में 2.5 गुणा वृद्धि हुई, वास्तविक पारिश्रमिक में तीन गुणा से अधिक वृद्धि हुई; बेरोजगारी और गरीबी आधी से काम हो गयी, एवं रूसियों द्वारा आत्म-मूल्यांकित जीवन संतुष्टि में काफी बढ़ोतरी हुई। पुतिन के पहले राष्ट्रपति कार्यकाल को आर्थिक वृद्धि के दौर के रूप में देखा जाता है: रूसी अर्थव्यवस्था में लगातार आठ साल तक संवृद्धि हुई, क्रय-शक्ति समता में 72% की वृद्धि एवं संज्ञात्मक सकल घरेलू उत्पाद में 6 गुणा वृद्धि देखने को मिली।
व्लादिमीर पुतिन (राष्ट्रपति) प्रारम्भिक जीवन
पुतिन का जन्म 7 अक्टूबर 1952 को सोवियत संघ के रूसी गणराज्य के लेनिनग्राद (वर्तमान सेंट पीटर्सबर्ग, रूस) में हुआ। उनके पिता का नाम व्लादिमीर स्पिरिदोनोविच पुतिन (1911–1999) और माता का नाम मारिया इवानोव्ना शेलोमोवा (1911–1998) था। उनकी माँ फैक्टरी मजदूर एवं पिता सोवियत नेवी में कार्य करते थे उसकी माता एक कारखाने में काम करती थीं। उनके पिता 1930 के दशक में पनडुब्बी बेड़े में सेवा करते थे और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान शत्रु को घात लगाकर हमला करनेवाले दस्ते में भर्ती हो गए। युद्ध के बाद उन्होंने एक कारखाने में फोरमैन के रूप में काम किया। व्लादीमिर अपने परिवार में तीसरे बच्चे थे और उनेके दो बड़े भाइयों की बाल अवस्था में ही मृत्यु हो गई थी। सन् 1975 में पुतिन ने लेनिनग्राद राजकीय विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और फिर केजीबी में काम करना शुरू किया जिसे वह सन् 1991 तक करते रहे।
व्लादिमीर पुतिन (राष्ट्रपति) केजीबी जीवन
सन् 1975 में पुतिन ने लेनिनग्राद राजकीय विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और उसके बाद उन्होंने केजीबी में काम करना शुरू किया। केजीबी में थोड़े ही समय में उन्हें लेनिनग्राद में विदेशियों और वाणिज्यिक दूतावास के अधिकारियों की निगरानी का कार्य मिला।
व्लादिमीर पुतिन का केजीबी ज्वाइन करने की कहानी भी फिल्म जैसी है पुतिन जब छोटे थे तब वह फिल्म देखना बहुत पसंद था। उन्हें जासूसी फिल्म देखने का बहुत शौक था। वह इन फिल्मों से इतने प्रभावित हुये की 16 साल की उम्र मे वह रूस की गुप्तचर संस्थान केजीबी के ऑफिस पहुंच गये।
वहां के अफसरों से उन्होंने बोला मुझे ज्वाइन करना है। केजीबी के अफसरों ने मजाक समझ कर उन्हें बोला बच्चे जब आप बड़े होजाए तब आना। तब तो पुतिन वापस चले गये, लेकिन इस बात को वह नहीं भुले। सात साल बाद जब उन्होंने 1975 मे अपना स्नातक पूरा किया उसके कुछ दिनों बाद ही उन्होंने केजीबी ज्वाइन कर ली। उन्होंने 16 साल तक केजीबी मे अधिकारी के रूप मे काम किया। जहाँ वह लेफ्टिनेंट कर्नल के पद से 1991 मे सेवा निवित्त हुये।
व्लादिमीर पुतिन (राष्ट्रपति) राजनीतिक जीवन
सेंट पीटर्सबर्ग में प्रशासन कार्य (1990–1996)
सन् 1990 में पुतिन को लेनिनग्राद के मेयर अनातोली सब्चाक के सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया। उन्होंने अपना राजनीतिक कैरियर यहीं से शुरू किया। 28 जून 1991 को वे सेंट पीटर्सबर्ग महापौर कार्यालय की विदेश संबंध समिति के प्रमुख बने, जहाँ उन्हें अंतरराष्ट्रीय संबंधों और विदेशी निवेश को बढ़ावा देने की ज़िम्मेदारी मिली। पुतिन की अध्यक्षता में यह समिति व्यापार उद्यमों का पंजीकरण भी करती थी।
1994 से 1996 तक, पुतिन ने सेंट पीटर्सबर्ग में कई अन्य राजनीतिक और सरकारी पदों पर कार्य किये।
व्लादिमीर पुतिन का राष्ट्रपति के रूप में पहला कार्यकाल (2000-2004)
पुतिन ने 7 मई 2000 को राष्ट्रपति कार्यालय सम्भाला। उन्होंने वित्त मंत्री मिखाइल कास्यानोव को प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त किया।
पुतिन ने राष्ट्रपति पद संभालने के लगभग तुरंत बाद उन तथाकथित बड़े व्यवसायियों और अरबपतियों के विरुद्ध संघर्ष शुरू कर दिया जो देश की राजनीति को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे थे। पुतिन के शासनकाल में रूस को कई बड़ी आर्थिक सफलताएँ हासिल हुईं। उनके कार्यकाल के दौरान सकल घरेलू उत्पाद की औसत वार्षिक विकास दर 6.5 प्रतिशत थी। रूस पर जो विदेशी ऋण था, उसमें कमी आई और विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि हुई। यूरोपीय संघ और संयुक्त राज्य अमरीका के साथ रूस के संबंध को मजबूत बनाने, नाटो के साथ सहयोग की शुरुआत शुरू करने और रूस को विश्व व्यापार संगठन का सदस्य बनाने के लिए गए प्राथमिक कदमों में पुतिन को कामयाबी हासिल हुई।
इस अवधि के दौरान पुतिन की छवि बिगाड़ने वाली कुछ घटनाएँ भी घटीं। पनडुब्बी 'कुर्स्क' के डूबने की घटना को संवेदनशील ढंग से न संभाल पाने के कारण उनकी आलोचना हुई।[22] अगस्त 2000, को इस पनडुब्बी के डूबने से जब उसमें सवार 118 नाविक मारे गए थे, तो पुतिन अपनी छुट्टी बीच में छोड़कर वापस नहीं आए थे। छुट्टी से वापस लौटने के कई दिनों बाद ही उन्होंने घटना स्थल का दौरा किया।[22] 2002 में, जब चेचन आतंकवादियों ने मास्को के एक संगीत थिएटर पर कब्ज़ा कर लिया तो आतंकवादियों के विरुद्ध विशेष कार्रवाई करते समय 129 दर्शक मारे गए थे। पुतिन के आलोचकों का कहना है कि उस कार्यवाही के दौरान आम लोगों के जीवन से खिलवाड़ किया गया था और क्रेमलिन द्वारा वास्तविक जानकारी को आम लोगों से छिपाकर रखा गया था। तब रूसी प्रेस में और अंतरराष्ट्रीय मीडिया में कईयों ने चेताया कि इस घटना से राष्ट्रपति पुतिन की लोकप्रियता को गंभीर रूप से नुकसान होगा। इसके बावजूद, घेराबंदी के समाप्त होने के कुछ समय बाद ही इन अटकलों को गलत साबित करते हुए, रूसी राष्ट्रपति पुतिन की सार्वजनिक स्वीकृति रेटिंग ने रिकॉर्ड स्तर छुआ – रूस की 83% जनता पुतिन और इस घटना के संभालने के उनके तरीके से संतुष्ट थी।
2003 में, चेचन्या में एक जनमत संग्रह आयोजित किया गया जिसमें एक नए संविधान को अपनाया गया। इस संविधान के अनुसार चेचन्या को रूस का हिस्सा घोषित किया गया। चेचन्या में संसदीय चुनावों और एक क्षेत्रीय सरकार की स्थापना के साथ हालात धीरे-धीरे स्थिर हो गए।
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